I Am Working In Entertainment Industry Since Nineteen Years, My Background Is In Journalism, Throughout My Carrier I Have Been A Critic For Cinema, Crime, Politics, Hospitality & Sports. A Feature writer, A Passionate Multitask-er Involvement With Bollywood And The Audio Visuals World Of Entertainment ,Television And Cinema, And Now A Writer And Director.
Wednesday, 3 November 2021
Happy Diwali
दीवाली के इस मंगल अवसर पर, आप सभी की मनोकामना पूरी हों, खुशियाँ आपके कदम चूमें, इसी कामना के साथ आप सभी को दिवाली की ढेरों शुभकामनाएं... !!
Thursday, 22 July 2021
मैं कान हूँ... !!
मैं कान हूँ, हम दो हैं, दोनों जुड़वां भाई, लेकिन हमारी किस्मत ही ऐसी है कि आज तक हमने एक दूसरे को देखा तक नहीं पता नहीं कौन से श्राप के कारण हमें विपरित दिशा में चिपका कर भेजा गया है, दु:ख सिर्फ इतना ही नहीं है हमें जिम्मेदारी सिर्फ सुनने की मिली है गालियाँ हों या तालियाँ, अच्छा हो या बुरा, सब हम ही सुनते हैं... !!
धीरे धीरे हमें खूंटी समझा जाने लगा, चश्मे का बोझ डाला गया, फ्रेम की डण्डी को हम पर फँसाया गया, ये दर्द सहा हमने, चश्मे का मामला आंखो का है तो हमें बीच में घसीटने का मतलब क्या है...? हम बोलते नहीं तो क्या हुआ, सुनते तो हैं ना, हर जगह बोलने वाले ही क्यों आगे रहते है....? बचपन में पढ़ाई में किसी का दिमाग काम न करे तो मास्टर जी हमें ही मरोड़ते हैं, जवान हुए तो आदमी, औरतें सबने सुन्दर सुन्दर लौंग, बालियाँ, झुमके आदि बनवाकर हम पर ही लटकाये, छेदन हमारा हुआ, और तारीफ चेहरे की और तो और श्रृंगार देखो आँखों के लिए काजल, मुँह के लिए क्रीमें, होठों के लिए लिपस्टिक, हमने आज तक कुछ माँगा हो तो बताओ कभी किसी कवि ने, शायर ने कान की कोई तारीफ की हो तो बताओ इनकी नजर में आँखे, होंठ, गाल, ये ही सब कुछ है हम तो जैसे किसी मृत्युभोज की बची खुची दो पूड़ियाँ हैं जिसे उठाकर चेहरे के साइड में चिपका दिया बस और तो और, कई बार बालों के चक्कर में हम पर भी कट लगते हैं हमें डिटाॅल लगाकर पुचकार दिया जाता है बातें बहुत सी हैं, किससे कहें...?
कहते है दर्द बाँटने से मन हल्का हो जाता है, आँख से कहूँ तो वे आँसू टपकाती हैं, नाक से कहूँ तो वो बहती है, मुँह से कहूँ तो वो हाय हाय करके रोता है और बताऊँ पण्डित जी का जनेऊ, टेलर मास्टर की पेंसिल, मिस्त्री की बची हुई गुटखे की पुड़िया मोबाइल का एयरफोन सब हम ही सम्भालते हैं और आजकल ये नया नया मास्क का झंझट भी हम ही झेल रहे हैं कान नहीं जैसे पक्की खूँटियाँ हैं हम और भी कुछ टाँगना, लटकाना हो तो ले आओ भाई तैयार हैं हम... !!
Thursday, 1 July 2021
Thanks to Narendra Modi Ji
Thank you so much honorable Prime Minister of India Shree Narendra Modi Ji, It was nice, Thanks for making me feel special on my birthday.
Friday, 26 March 2021
Main Hairan Hu...
'' मैं हैरान हूं यह सोचकर ,
किसी औरत ने क्यों नहीं उठाई उंगली ?
तुलसी दास पर ,जिसने कहा ,
"ढोल ,गंवार ,शूद्र, पशु, नारी,
ये सब ताड़न के अधिकारी।"
मैं हैरान हूं ,
किसी औरत ने
क्यों नहीं जलाई "मनुस्मृति"
जिसने पहनाई उन्हें
गुलामी की बेड़ियां ?
मैं हैरान हूं ,
किसी औरत ने क्यों नहीं धिक्कारा ?
उस "राम" को
जिसने गर्भवती पत्नी सीता को ,
परीक्षा के बाद भी
निकाल दिया घर से बाहर
धक्के मार कर।
किसी औरत ने लानत नहीं भेजी
उन सब को, जिन्होंने
" औरत को समझ कर वस्तु"
लगा दिया था दाव पर
होता रहा "नपुंसक" योद्धाओं के बीच
समूची औरत जाति का चीरहरण ?
महाभारत में ?
मै हैरान हूं यह सोचकर ,
किसी औरत ने क्यों नहीं किया ?
संयोगिता अंबा -अंबालिका के
दिन दहाड़े, अपहरण का विरोध
आज तक !
और मैं हैरान हूं ,
इतना कुछ होने के बाद भी
क्यों अपना "श्रद्धेय" मानकर
पूजती हैं मेरी मां - बहने
उन्हें देवता - भगवान मानकर?
मैं हैरान हूं,
उनकी चुप्पी देखकर
इसे उनकी सहनशीलता कहूं या
अंध श्रद्धा , या फिर
मानसिक गुलामी की पराकाष्ठा ?''
:- महादेवी वर्मा
Thursday, 11 March 2021
Friday, 12 February 2021
Sanatan Dharm
सृष्टि के आरम्भ से लेकर आज तक का सनातन धर्म का
वैदिक केलेंडर (सनातन 4 वेदो की तारीख)
1 अरब 96 करोड 8 लाख 53 हजार 122 वा वर्ष सृष्टी का अभी चल रहा है (1,96,8,53,122वा साल)
बाकी मजहब, रिलीजन के किताबो की तारीख 1400-2000 सालो के आसपास ही मिलती है
हिन्दुओ..अपने सनातन वेदो को जानो, वापस सनातन बनो
धर्म की विजय निश्चित है
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